ग्वालियर में रेलवे ट्रेक पर संदिग्ध परिस्थितियों में एक लोहे की फ्रेम(रॉड) रखी मिली है। घटना बीती रात बिरला नगर रेलवे स्टेशन की है। जीआरपी ने अज्ञात के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध करके उसकी पहचान किए जाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
दरअसल मंगलवार सुबह ग्वालियर जीआरपी थाना प्रभारी एमपी ठक्कर को प्वाइंटमेन रीता ठक्कर के मेमो से जानकारी मिली कि सोमवार देर रात बिरला नगर रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर रेलवे ट्रेक पर संदिग्ध परिस्थितियों में लोहे की रॉड मिली है। इसके बाद अधीनस्थों की मदद से लोहे की फ्रेमनूमा रॉड को विधिवत बरामद कर लिया गया।
घटना संज्ञान में आते ही जीआरपी थाना प्रभारी ने घटना की जानकारी से रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों और आरपीएफ को अवगत कराया। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे महकमा हरकत में आया और वरिष्ठ अधिकारियों, आरपीएफ और जीआरपी ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया।
बताया जा रहा है पॉइंटमैन को ट्रेक पर लोहे की रॉड की जानकारी तब मिली जब एक मालगाड़ी झांसी से इंदौर की ओर जा रही थी। इस दौरान मालगाड़ी 12 किलोमीटर की रफ्तार से थी। मौका मुआयना करने के बाद जीआरपी ने अज्ञात के विरुद्ध रेल अधिनियम 1989 की धारा 150 (क) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
रेल महकमे के सूत्रों का दावा है कि पॉइंटमेन की सतर्कता के चलते बड़ा हादसा टाला जा सका है। हालांकि मीडियाकर्मियों से बातचीत हादसे को लेकर जीआरपी थाना प्रभारी का कहना है कि अभी मामला विवेचना में है और इस बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी इंजीनियरिंग विभाग दे सकता है। फिलहाल जीआरपी ने अज्ञात की पहचान के प्रयास तेज कर दिए हैं और जल्दी ही आरोपी तक पहुंचने की उम्मीद जताई है।