Dhar News : धार शहर के सनसनीखेज आरती मकवाना हत्याकांड की गुत्थी कोतवाली पुलिस ने सुलझा ली 25 फरवरी को कृष्ण कॉलोनी में की थी मौसी आरती की भतीजे ने हत्या।
धार शहर के सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस ने मृतिका के भतीजे कार्तिक राठौर को गिरफ्तार किया….. कई दौर की पुछताछ के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि पैसों के लेनदेन को लेकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। जांच में सामने आया है कि मृतिका से भतीजे ने कुछ रुपए उधार लिए थे। जब मृतिका बार-बार रुपए लौटाने का दबाव बना रही थी तो उससे तंग आकर भतीजे ने इस हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
हालांकि जांच में यह भी सामने आया है कि यह हत्याकांड सोची-समझी साजीश के तहत नही किया गया, लेकिन आरोपी ने इस हत्याकांड के बाद पुलिस को गुमराह करने का भरसक प्रयास किया साथ कई बार बयान भी बदले जिसके कारण पुलिस का शक गहरा होता गया और पूछताछ में आरोपी ने हत्या की बात कबूल ली।
गौरतलब है कि 25 फरवरी 2024 की रात 9.30 बजें श्री कृष्ण कॉलोनी में स्कूल टीचर आरती मकवाना की गला रेतकर हत्या कर दी थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस के पास कोई सबूत नही था। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरु की। पुलिस ने एक सप्ताह की लंबी जांच के बाद इस हत्याकांड को सुलझाने में सफलता हासिल की है।
CSP रविंद्र वास्कले ने बताया की स्कूल टीचर आरती मकवाना हत्याकांड में मुख्य आरोपी के तौर पर कार्तिक राठौड निवासी शिव विहार कॉलोनी धार को गिरफ्तार किया गया आरोपी कार्तिक की उम्र महज 19 वर्ष है जो पेशे से प्रापर्टी ब्रोकर और शेयर मार्केट का काम सिख रहा था मृतिका आरती मकवाना से कार्तिक ने 15 हजार रुपए उधार लिए थे। आरती द्वारा रुपए लौटाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था इससे तंग आकर कार्तिक ने इस हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
घटना दिनांक 25 फरवरी को रात 9.30 बजें कार्तिक श्री कृष्ण कॉलोनी स्थित अपनी मौसी आरती के घर पहुंचा था यहां से अपने मौसेरे भाई तीर्थ को उसने अपने साथ लिया और घुमाने के लिए पाटीदार तिराहे लेकर गया। कार्तिक के साथ दक्ष और देव भी थे। पैसे नही होने की बात कहकर वह पर्स लेने के श्री कृष्ण कॉलोनी गया जहां पर रात 9, 30 बजें पैसों को लेकर कार्तिक और मृतिका के बीच कहासुनी हुई और कार्तिक ने पानी की बोटल से सिर पर वॉर कर दिया जिससे मृतिका आरती मकवाना बेहोश हो गई। इसके बाद कीचन से चाकू लाकर कार्तिक ने मृतिका आरती का गला रेत दिया।
पुलिस के अनुसार चाकू से 6 से 7 वॉर किए गए। इसके बाद मृतिका आरती के कपडे़ से हाथ बांधकर कार्तिक वहां से करीब 9, 45 बजें निकल गया। कार्तिक के कपडे भी खुन से भर गए थे इस कारण वह सबसे पहले अपने घर शिव विहार कॉलोनी गया जहां पर उसने हत्या में उपयोग किया गया चाकू छुपाया और कपड़े बदलकर दौबारा पाटीदार तिराहे पहुंचा जहां से मृतिका के बेटे तीर्थ व दश को लेकर आईसक्रीम खाने निकाल गया।
पुलिस को किया गुमराह :
घटना के बाद सबसे पहले सूचना देने वालों में भी कार्तिक ही शामिल था। ऐसे में जब घटना की जांच शुरु हुई थी बयानों में विरोधाभास दर्ज किया गया। ऐसे में पुलिस की शंका बढती गई, लेकिन इतनी कम उम्र के बावजूद कार्तिक पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन उसे नही पता था कि यह गुमराह करने का प्रयास पुलिस की जांच को उसके नजदीक ले आएगी। पुलिस ने जब सख्ती से पुछताछ की तो इस पूरे हत्याकांड की कहानी कार्तिक ने खुद ही उगल दी। पुलिस ने कार्तिक को गिरफ्तार किया।