शाजापुर जिला मुख्यालय से महज 6 किलोमीटर दूर ग्राम सनकोटा में ग्रामीणों ने पेयजल संकट के चलते आगामी लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है। ग्राम सनकोटा उज्जैन लोकसभा में आता है और यहां 13 मई को मतदान है। ग्रामीणों द्वारा जनप्रतिनिधियों से बार-बार सड़क और पानी की मांग की जा रही लेकिन जनप्रतिनिधियों ने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। पानी न होने से गांव के युवाओं की शादी भी नहीं हो रही है।
ग्राम सनकोटा में आजादी के बाद से आज तक ग्रामीणों के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों को दो से तीन किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। पानी लाने के लिए भी उन्हें जान जोखिम में डालना पड़ती है क्योंकि उन्हें आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर निकलना पड़ता है। पानी लाने के दौरान एक महिला का एक्सीडेंट भी हो चुका है, परिजनों ने जमीन बेचकर उसका उपचार करवाया। गांव के बच्चे और महिलाएं इस भीषण गर्मी में सिर पर पानी रखकर ला रहे है। पैदल ही दो से तीन किलोमीटर दूर जाकर पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है।
इस मामले में ग्रामीणों ने बताया पानी की व्यवस्था न होने से इस बार हम चुनाव का बहिष्कार करेंगे। जनप्रतिनिधियों से पानी और सड़क के लिए हर चुनाव में कहते हैं लेकिन उसके बाद कोई नहीं आता। गांव में लड़कों की शादी नहीं हो रही है, जलसंकट के चलते कोई लड़की नहीं देता। दो तीन युवकों की सगाई होने के बाद टूट गई। जान जोखिम में डालकर हाईवे को पार करके पानी लाना पड़ रहा है।गांव के पुरूष मजदूरी और काम के लिए चले जाते, ऐसे में महिलाओं और बच्चों को पानी की व्यवस्था करना पड़ती है।