ग्वालियर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सिंधिया नगर में रहने वाले एक ही परिवार के पांच सदस्य घर में लगी आग से बुरी तरह से झुलस गए। इनमें तीन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी को पड़ोसियों की मदद से पुलिस ने जयारोग्य अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया है। पता चला है कि अवधेश प्रजापति नामक घर का मुखिया पानी की टिक्की का ठेला लगाता है। शनिवार दोपहर को उनकी पत्नी ठेले के लिए आलू उबाल रही थी जबकि अवधेश खाना खा रहे थे। घर में खाना बना रही थे।
अवधेश का कच्चा पक्का मकान है जिसके छत पर टीनें रखी हुई थीं। घर में अवधेश के अलावा उसकी पत्नी गुड्डी बाई, बेटी रेशमा, कुसुम और 5 साल का बेटा राजा भी मौजूद थे। पड़ोसियों के मुताबिक अवधेश की छत के ऊपर से हाई टेंशन लाइन गुजरी है। पड़ोसियों ने आशंका जताई है कि हवा चलने के दौरान कोई प्लास्टिक की वस्तु इस हाईटेंशन वायर से टकरा गई और जो जलती हुई टीन शेड पर गिरी जिससे टीनशेड में करंट आ गया।
जिसके चलते घर में रखा छोटा सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया और आग लग गई। हादसा इतना भीषण था कि ईंटों के इस मकान की एक दीवार भी गिर गई। पुलिस के मुताबिक घर में 5 किलो के सिलेंडर के अलावा रसोई गैस सिलेंडर भी रखा हुआ था। पुलिस ने आशंका जताई है कि आगजनी के दौरान छोटा गैस सिलेंडर घर में फटा है।
जिसके कारण परिवार के लोग आग की चापेट में आ गए। पुलिस दोनों ही संभावनाओं पर काम कर रही है। फिलहाल घर के सदस्य इस हालत में नहीं है कि वह कुछ बयान दे सकें। पुलिस उनके ठीक होने का इंतजार कर रही है। घर का मुखिया अवधेश लगभग 70 फ़ीसदी, उनकी पत्नी 90 फीसदी जल चुके हैं। जबकि कुसुम और राजा नामक बेटी – बेटा 65 से 70 फ़ीसदी और रेशमा नामक बच्ची 50 फ़ीसदी तक जल चुके हैं। इस हादसे में झुलसे हुए लोगों का इलाज जारी है। साथ ही पुलिस मामले की बारीकी से पड़ताल में जुट गई है।