7 मई को शाजापुर जिला मुख्यालय पर एक नव विवाहिता की हत्या का मामला सामने आया था इसके बाद मृतिका के परिजनों ने ससुराल पक्ष पर दहेज और मृतिका के पति का दूसरी महिला से अवैध संबंध होने के कारण उन्होंने पूजा की हत्या करने का आरोप लगाया है।
इसके विरोध स्वरूप राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की महिला इकाई ने शहर के मुख्य मार्ग से एक विरोध रैली निकाली जिसमें सभी महिलाओं के हाथ में दहेज के लोभियों को सजा हो पूजा बाईसा को इंसाफ मिले इस तरह की तख्तियां भी महिलाएं हाथ में लेकर नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ रही थी इस दौरान राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की महिलाएं सड़क पर ही धरने पर बैठ गई और चक्का जाम कर दिया वहीं पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
आपको बता दे की 7 मई 2024 को शाजापुर शहर के गोकुलधाम कॉलोनी में नव विवाहिता के ऊपर बोरी गिरने से मौत होने की सूचना मिली थी जिस पर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और बोरियों के नीचे से शव को निकाल कर पीएम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा था वहीं मृतिका पूजा के परिजनों ने ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए बार-बार प्रताड़ित करना और फोर व्हीलर मांगना इसको लेकर कई बार विवाद होना बताया है।
वंही उन्होंने आरोप लगाया कि मृतिका का पति जिसका बाहर किसी दूसरी महिला से अवैध संबंध थे जिससे शादी करने के लिए वह बार-बार पूजा से बोल रहा था की वह कभी भी उसे रास्ते से हटा देगा, और उनके बीच में विवाद होते थे 6 मई रात को इतना विवाद बड़ा की सुबह पूजा की लास उसके घर से निकली साथ ही परिजनों ने आरोप लगाया की पूजा को मार के उनके ऊपर बोरिया गिरा दी जिससे आकस्मिक मौत लगे इसके बाद पुलिस ने मृतिका के परिजनों के आधार पर ससुराल पक्ष के खिलाफ प्रकरण पंजीकृत किया था।
जिसके बाद सास, ससुर और जेठ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है वही एक और आरोपी पति फरार बताया जा रहा है वहीं पुलिस पर भी परिजनों ने और राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की महिला इकाई ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं उनका कहना है कि पुलिस ने पैसा लेकर पीएम रिपोर्ट बदलवा दी वहीं मामले को ठंडा कर दिया है किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जिसको लेकर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना कि हजारों महिलाएं सड़क पर उतरी और एक विरोध रैली शहर के मुख्य मार्गो से निकालते हुए पुराने AB रोड पर पहुंची जहां महिलाओ ने नारेबाजी करते हुए सड़क पर ही बैठकर चक्का जाम कर दिया।
सूचना मिलते ही तहसीलदार मधु नायक एसडीओपी पुलिस टीआई थाना कोतवाली मौका स्थल पहुंचे और लोगों को समझने का प्रयास किया इस दौरान करणी सेना की महिलाओं और कोतवाली थाना प्रभारी के बीच जमकर कहां सुनी हुई वहीं महिलाओं ने मुंह पर ही पुलिस के द्वारा 40 लाख रुपए लेकर मामला खत्म करने के आरोप लगाया है वही तहसीलदार से भी इनकी बहस हुई और कार्यवाही को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार को सौपा है वही मृतिका के परिजनों ने आरोप लगाया है कि वह किसी प्रकार का कोई आंदोलन न करें।
इसके लिए भी उन्हें धमकियां मिल रही है अब करणी सेना और मृतिका पूजा के परिजन मैं मोर्चा खोल दिया है और उन्होंने साफ स्पस्ट कर दिया है कि जब तक आरोपियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई नहीं होती है और उनके खिलाफ धारा 302 के तहत कार्यवाही नहीं होती है तो वह लोग एक बार फिर सड़क पर उतरेंगे और किसी प्रकार की कोई हानि होती है जिसकी जिम्मेदार पुलिस प्रशासन रहेगा।