राजगढ़। प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा में बाइक सवार पुलिस सब इंस्पेक्टर को महिला आरक्षक की कार ने पीछे से ठोकर मार दी। हादसे में गंभीर रुप से घायल एसआई की इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामला लव अफयर का बताया जा रहा है। घटना का पता लगने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी आदित्य मिश्रा एडिशनल एसपी आलोक शर्मा ब्यावरा पहुंचे जहां उन्होंने एसडीओपी ऑफिस में महिला आरक्षक से देर रात तक पूछताछ की तो हत्या की वजह त्रिकोणी प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। हालांकि अभी पुलिस इस बारे में कुछ भी बताने से मना कर रही है जांच का हवाला दे रही है।
जिले के ब्यावरा में एस आई दीपांकर गौतम की कार से कुचलकर हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार लव अफेयर के कारण सब इंस्पेक्टर को पल्लवी सोलंकी और उसके साथी करण ठाकुर ने कार से कुचलकर मार डाला। दोनों ने 30 मीटर तक ASI को कार से घसीटा और मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद पल्लवी और उसका साथी करण ठाकुर देहात थाना पहुंचे सूत्रों के मुताबिक यहां दोनों ने कहा कि -हमने एसआई को मार दिया है। घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
लव अफेयर की है मामला
बताया जा रहा है कि पल्लवी और करण के बीच लंबे समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा है। लेकिन कुछ दिनों पहले दोनों के बीच तकरार हो गई थी। जिसके बाद कुछ समय तक दोनों अलग रहे, फिर साथ हो गए। इसी बीच पल्लवी की ASI दीपांकर से दोस्ती गहरा गई। जिसकी वजह से करण ASI दीपांकर से खुन्नस खाकर बैठा था।
मिलने बुलाया और कार से कुचल दिया
मंगलवार को पल्लवी और करण ने ASI दीपांकर को मिलने बुलाया। लेकिन पल्लवी और करण के रवैए को देखते हुए दीपांकर को अंदेशा था कि दोनों किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं, इसलिए दीपांकर ने अपने दोस्त सुभाष को भी फोन कर दिया था। इसके बाद जब दीपांकर बाइक से ब्यावरा-देवास हाईवे पर देहात थाने की ओर जा रहे थे। फुंदा मार्केट में पेट्रोल पंप के सामने पल्लवी की कार ने बाइक को पीछे से जोरदार टक्कर मारी। एसआई उछलकर सड़क पर आ गिरे। ASI को कार 30 मीटर तक घसीट ले गई। सिर, बाएं पैर के घुटने और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आईं।
हत्या के बाद कर दिया सरेंडर
जिसके बाद आनन-फानन में मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने घायल एसआई को एंबुलेंस से सिविल अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर पुलिस के बड़े अफसर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर ने ASI को भोपाल रेफर कर दिया। रास्ते में दीपांकर ने दम तोड़ दिया। इधर पल्लवी और करण सीधे देहात थाने गए और सरेंडर कर दिया।