ग्वालियर। पार्वती नदी का पानी बढ़ने से मानपुर डेरे में पिछले दो तीन दिन से फंसे 18 ग्रामीणों का सेना की मदद से रेस्क्यू किया गया है। सीईओ जिला पंचायत ग्वालियर ने ग्रामीणों का सकुशल रेस्क्यू करने पर सेना का आभार जताया है। अगर बात करें ग्वालियर जिले में बाढ़ के बने हालात के बीच तकरीबन 400 ग्रामीणों को सफल रेस्क्यू किया गया है, जिन्हें करीबन पौने दो सौ राहत शिविरों में पनाह दी गई है। डूब क्षेत्र में फंसे ग्रामीणों का सकुशल रेस्क्यू करने वाली टीमों में रेवेन्यू, पंचायत, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ जनप्रतिनिधियों के वॉलिंटियर और सेना की दो टुकड़ियों का विशेष योगदान रहा।
मूसलाधार बारिश से बदले हालात
दरअसल पिछले दो तीन दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते ग्वालियर जिले में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे। इसी के बाद जिला प्रशासन ने सेना से मदद का अनुरोध किया था। डूब क्षेत्रों में फंसे ग्रामीणों का रेस्क्यू किए जाने के लिए दो सेना की दो टुकड़ियों को सहायता ली गई। शुक्रवार को पार्वती नदी के बढ़ते पानी में पवाया पंचायत के मानपुर डेरे में 18 ग्रामीणों के फंसने की सूचना ग्वालियर जिला प्रशासन को मिली थी, इसी के बाद सेना की एक 50 सदस्यीय टीम की मदद से सभी ग्रामीणों को सकुशल रेस्क्यू किया गया। मौके पर ही सेना ने ग्रामीणों का हेल्थ चेकअप किया और निशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई।
रेस्क्यू किए गए ग्रामीणों में महिला, बच्चे और पुरुष शामिल रहे। राहत एवं बचाव कार्यों में शामिल कर्नल डी मुखर्जी ने दावा किया है कि सूचना मिलने के बाद नाव की सहायता से 15 ग्रामीणों का सकुशल रेस्क्यू किया गया है। मानपुर डेरे में दो से तीन दिनों से ग्रामीण फंसे थे, जिला प्रशासन के अनुरोध पर सेना की एक 50 सदस्यीय टुकड़ी ने इस नाव की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। इस ऑपरेशन में विशेषज्ञ इंजीनियर्स, आधा सैकड़ा जवान और इक्यूपमेंट का सहयोग लिया गया। साथ ही सेना ने मौके पर ही ग्रामीणों के हेल्थ चेकअप की और निशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराने की व्यवस्था की हुई थी।
350 से ज्यादा ग्रामीणों का किया जा चुका है रेस्क्यू
ग्वालियर जिला पंचायत सीईओ विवेक सिंह का दावा है कि मानपुर डेरे से 18 ग्रामीणों का रेस्क्यू सेना की मदद से किया गया है। अब तक पूरे जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में फंसे तकरीबन साढ़े तीन सौ से ज्यादा ग्रामीणों का रेस्क्यू किया जा चुका है। जिन्हें करीबन पौने दो सौ राहत शिविरों में ठहराया गया है। इस दौरान रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने में सेना की दो टुकड़ी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ , रेवेन्यू, पंचायत कर्मियों और जनप्रतिनिधियों के वॉलिंटियर का विशेष सहयोग रहा। फिलहाल ग्वालियर में बारिश बीते रोज देर शाम से बंद है और पार्वती नदी सहित जिले से सटी छोटी बड़ी नदियों का पानी लगातार उतर रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि जल्दी ही हालात सामान्य हो सकेंगे। हालांकि कुछ डूब क्षेत्रों में अभी भी कुछ ग्रामीण हैं, जो मवेशियों और अपने सामान के मद्देनजर गांवों में मौजूद हैं।
प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि ऐसे लोग ग्राम पंचायत के संपर्क में हैं और जरूरत पड़ने पर उनको भी निकाल लिया जाएगा। वहीं मानपुर डेरे से रेस्क्यू किए गए ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। उनका कहना है पिछले दो तीन दिन वे बेहद भयभीत रहे, क्योंकि गांव में चारों तरफ से पानी ने घेर लिया था। लेकिन सेना की मदद से उन्हें सकुशल रेस्क्यू किया जा सका है।