शिवपुरी के दिनारा अस्पताल में 4 अक्टूबर को बेटी ने जन्म लिया। बेटी के जन्म पर परिवार वालों को इतनी खुशी हुई कि वह बेटी को लेने डीजे और कार को सजाकर उसे लेने अस्पताल पहुंचे।इसके बाद डीजे के साथ सजी हुई कार में बैठा कर बेटी को घर लाया गया। इस दौरान रास्ते में भी रिश्तेदारों ने बेटी के जन्म पर ख़ुशी मनाई साथ ही डीजे पर थिरकते नजर आये।
बता दें पूर्व में बेटी का जन्म होना एक अभिशाप से कम नहीं माना जाता था,लेकिन समय के साथ और सरकार की महत्वकांशी योजनाओं के बलबूते पर लोगों की सोच में बदलाव आया है। अब लोग बेटे-बेटी के जन्म पर भेदभाव न मानते हुए बेटी के जन्म पर खुशियां मनाता है।
बताया जा रहा है कि करैरा तहसील के कूंड गांव के रहने वाले एवरन यादव की शादी 16 माह पूर्व नेहा यादव से हुई थी। नेहा ने 4 अक्टूबर को अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया था।जन्म पर भी एवरन के परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था।जब एवरन की पत्नी नेहा को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।तब परिवार के सभी सदस्यों ने अस्पताल के बाहर से डीजे पर देशभक्ति और फिल्मी गानों के साथ बच्ची और मां को घर लेकर गए। इस दौरान परिवार के सदस्यों ने गानों पर जमकर डांस भी किया।
घर पहुंचते ही बेटी का आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया था।इतना ही नहीं परिवार ने बेटी के पहली बार गृह प्रवेश करने पर उसके नन्हे पैरों की छाप घर की देहरी पर भी छोड़ी थी। एवरन यादव ने बताया कि मेरी शादी के बाद पहला बच्चा हुआ है और वो भी बच्ची हुई है। हमें बच्ची होने पर बहुत खुशी है। हमने हमारी खुशी का सेलिब्रेट करने के लिए डीजे को बुलाया और घर तक डांस करते हुए बेटी और पत्नी नेहा को लेकर गए। मेरी नजर में बेटे और बेटी में कोई फर्क नहीं है।