Rewa News: रीवा सेंट्रल जेल में 12 करोड़ की लागत से बनेंगे 16 नए बैरक, सरकार ने दी स्वीकृति
886 कैदियों की क्षमता वाली जेल में बंद हैं 2500 कैदी, अब मिल सकेगी राहत
रीवा। केन्द्रीय जेल में 16 नए बैरकों का निर्माण किया जाएगा। इसके लिये शासन ने स्वीकृति जुलाई माह में ही दे दी थी। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के मंगलवार को किए गए ई-शिलान्यास के बाद बैरकों के निर्माण के सभी रास्ते साफ हो गए हैं। सूत्रों की मानें तो यह बैरक दो मंजिला होंगे। जिसका निर्माण 12 करोड़ की अधिक की लागत से कराया जाएगा।
माना जा रहा है कि बारिश समाप्त होने के बाद नई बैरकों का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। इन बैरकों का निर्माण हो जाने से कैदियो को रखने में काफी मदद मिलेगी। जेल में कैदियों के ओवर क्राउड को भी कम किया जा सकेगा। गौरतलब है कि जेल के पुराने भवन की क्षमता 716 कैदियों को रखने की है। कुछ माह पूर्व जिन 8 बैरकों का निर्माण कराया गया था, उसकी क्षमता 170 कैदियों को रखने की है। कुल मिलाकर मौजूदा समय में जेल प्रशासन के पास 886 कैदियों को रखने की जगह है।
क्षमता से तीन गुना अधिक हैं कैदी
सूत्रों की मानें तो केंद्रीय जेल में हर समय विचाराधीन और सजायाफ्ता कैदियों को मिलाकर इनकी संख्या 2400 से लेकर 2500 रहती है। लेकिन जगह कम होने की वजह से सीमित जगह में अधिक कैदियों को रखना पड़ रहा है। बताया गया है कि शासन से मंजूरी मिलने के बाद इसके लिये परियोजना इकाई पीआईयू द्वारा पहले ही टेंडर लगा दिया गया था। इसके लिए बजट भी आवंटित किया जा चुका है।
बताया गया है कि नए बैरकों का निर्माण भी केन्द्रीय जेल परिसर के अंदर कराया जाएगा। इसके लिए जगह का चयन किया जा रहा है। बताया गया है कि जेल परिसर के अंदर नए बैरकों का निर्माण कराने नई बाउण्ड्री वाल का निर्माण नहीं कराना पड़ेगा। इस संबंध में केन्द्रीय जेल अधीक्षक एसके उपाध्याय ने कहा कि नए बैरकों के निर्माण के बाद जेल में स्थान को लेकर काफी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि जल्द ही नए बैरकों का निर्माण शुरू हो जाए।
बैरकों की संख्या हो जाएगी 50
बताया गया है कि केंद्रीय जेल में समय केन्द्रीय जेल में कुल 34 बैरक है। जिसमें से 26 बैरक पुराने भवन में हैं। शेष 8 नए बैरक भी है। अब 16 बैरक का निर्माण हो जाने के बाद जेल में बैरको की संख्या बढ़कर 50 तक पहुंच जाएगी। जिन 16 नई बैरकों का निर्माण किया जाना है, उसकी क्षमता 40-40 कैदियों को रखने की होगी। मसलन जेल में बनने वाली इन 16 बैरकों में कुल 640 कैदियों को रखा जा सकेगा।