सतना। सतना से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां फाइनेंस कंपनी में काम करने वाली एक महिला कर्मचारियों ने अपने पति वी कुछ अन्य साथियों की मदद से अपने ही मैनेजर को अगवा करवा दिया। इसके बाद अपहरण कर्ताओं ने बैंक मैनेजर को एक कमरे में बंद कर उसकी बेगम पिटाई की साथ ही छोड़ने की आवाज में उसके परिजनों से ₹200000 की फिरौती की भी मांग की। हालांकि मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने आनन-फानन में एक्शन लेते हुए मैनेजर को छुड़ाते हुए इस कांड में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी शिखा सिंह व एक अन्य की तलाश की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित आशीष गुप्ता का फाइनेंस कंपनी की ही महिला कर्मचारी शिखा सिंह से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था इसके बाद आरोपी शिखा सिंह ने अपने पति इंद्र राज सिंह की मदद से अपहरण की साजिश रची। वह 3 सितंबर की दोपहर शहर के सेमरिया चौराहे से मोटरसाइकिल में जबरदस्ती अगवा कर लिया गया।
सूचना मिलते ही कोलगवां थाना पुलिस ने एक टीम बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। इधर पुलिस को आते देख आरोपी पीड़ित को छोड़कर भाग गए। मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपीय शिखा सिंह के पति सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें राम नारायण उर्फ राहुल सिंह, अमन त्रिपाठी, मयंक मिश्रा शामिल हैं। जबकि शिखा सिंह व राजन सिंह की तलाश जारी है। पीड़ित को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पीड़ित ने बताई यह कहानी
पीड़ित आशीष गुप्ता ने बताया कि शिखा सिंह पति इन्द्रराज सिंह निवासी पी.एम. आवास उतैली, सतना से ऑफिस के कार्य को लेकर मेरी कहासुनी हो गई थी जो इसी विवाद के चलते वह सतना आया था ऑफिस पहुँचकर शिखा सिंह से बात करने लगा तो शिखा सिंह का पति इन्द्रराज सिंह अपने भतीजा राजन सिंह निवासी मढी, नागौद के साथ आया और गाली गलौज मारपीट करते हुए ऑफिस के बाहर ले आया जहाँ पर इन्द्रराज सिंह, राजन सिंह व उसके साथी अमन त्रिपाठी व राहुल सिंह मारपीट किये और 2 लाख रुपये की मांग किये न देने पर जान से मारने की धमकी दिये और पैसा निकलवाने बंधन बैंक लेकर गये जहाँ पर पैसा न निकलने पर मयंक मिश्रा निवासी बदखर के कमरे ले गये और वहाँ पर राजन सिंह, राहुल सिंह, अमन त्रिपाठी व मयंक मिश्रा शराब पिये और फिर से पीडित के साथ मारपीट किये व पीडित के मोबाइल नंबर से उसके मामा को फोन करके 2 लाख रुपये लेकर मटेहना वाईपास मे आने के लिये बोले और धमकी दिये कि किसी और व्यक्ति को बताये या पुलिस को सूचना दिये तो इसे जान से खत्म कर देंगे। इसके बाद पीडित को वाईपास लेकर गये और लगातार पैसे मंगाने के लिये उसके मामा को संपर्क करते रहे।