सिंगरौलीl शासन-प्रशासन द्वारा भ्रष्ट और भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारियों-कर्मचारियों को एक ओर जहां दण्ड और सजा का प्रावधान किया गया है, लेकिन प्रदेश की राजधानी भोपाल में बैठे एक अधिकारी द्वारा शासन को लाखों का चपत लगाने वाले कर्मी को जहां से निलंबित किया गया। वहीं उसी स्थान पर बहाली का इनाम देने का मामला सामने आया हैl ऐसे आदेश को लेकर लोगों में कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैl लोगों नें प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का भी ध्यानकर्षित कर ऐसे भ्रष्ट अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की हैंl
बताया जाता है कि महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रक भोपाल द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर्मचारी को जहा से निलंबित किया गया था वही कर्मचारियों की कमी दिखाकर बहाली का इनाम दें दिया गया l यह नहीं जहां शासन को कई लाख का चूना लगवाने के आरोप में निलंबित किया गया, वही पर विभागीय जाँच खड़ी कर फिर से बड़ी जिम्मेदारी से नवाज दिया गया l
जानकारी के अनुसार, सिंगरौली कलेक्ट्रेट पंजीयक कार्यालय में बतौर उप पंजीयक के पद पर पदस्थ अशोक सिंह परिहार को भ्रष्टाचार एवं स्टाम्प ड्यूटी में चोरी की शिकायतों की जाँच में 18 अगस्त 2023 को निलंबित कर दिया गया था। साथ ही विभागीय जाँच भी बैठा दी गई है। महानिरीक्षक पंजीयन के आदेश में बताया गया है कि निलंबित उप पंजीयक सिंगरौली अशोक सिंह परिहार द्वारा अपना निलंबन बहाल करने का आवेदन दिया गया थाl
बताया जाता है कि जिस उप पंजीयक द्वारा शासन को लाखों रूपये की चपत लगवाई गई, उसे महानिरीक्षक पंजीयन द्वारा दिनांक 6 अक्टूबर 2023 को वही स्थान और उसी पद पर बहाली का इनाम दें दिया गयाl लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि पंजीयन व मुद्रक विभाग द्वारा ऐसे भ्रष्ट उप पंजीयक को जहां के आरोप में निलंबित किया गया, वहीं उसकी यथावत बहाली कर क्या शासन-प्रशासन के नियम कायदों को दरकिनार कर उपकृत करने का नायाब तरीका निकाला गया हैl यह आदेश इन दिनों सुर्खियों में हैl
विभागीय जाँच, बहाली उसी स्थान पर क्यों?
उप पंजीयक सिंगरौली अशोक सिंह परिहार के बहाली आदेश में यह भी बताया गया है कि उप पंजीयक के खिलाफ विभागीय जाँच जारी रहेगी l तथा उनके निलंबन काल का निर्णय विभागीय जाँच में लिए गए निर्णय के आधार पर लिया जायेगा l उप पंजीयक के पक्ष में महानिरीक्षक पंजीयन के उक्त आदेश से जानकार लोग भी हतप्रभ है l कि जहा वह कर्मचारी भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित हुआ वही बहाली का उपहार थमा दिया गया l लोगों में चर्चा है कि क्या उक्त उप पंजीयक यथावत बहाली पर विभागीय जाँच को प्रभावित नहीं करेगा और साक्ष्यो को भी प्रभावित करने से बाज नहीं आयेगाl
उप पंजीयक अशोक सिंह परिहार के बहाली आदेश में यह भी बताया गया है कि उप पंजीयक के खिलाफ विभागीय जाँच जारी रहेगीl तथा उनके निलंबन काल का निर्णय विभागीय जाँच में लिए गए निर्णय के आधार पर लिया जायेगाl उप पंजीयक के पक्ष में महानिरीक्षक पंजीयन के उक्त आदेश से जानकार लोग भी हतप्रभ हैl कि जहां वह कर्मचारी भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित हुआ वही बहाली का उपहार थमा दिया गयाl लोगों में चर्चा है कि क्या उक्त उप पंजीयक यथावत बहाली पर विभागीय जाँच को प्रभावित नहीं करेगा और साक्ष्यो को भी प्रभावित करने से बाज नहीं आयेगाl
विभागीय जाँच होने तक उप पंजीयक को प्रभार से हटाने की मांग
क्षेत्रीय लोगो नें जिले के जनप्रतिनिधियों और कलेक्टर से कलेक्ट्रेट स्थित पंजीयक कार्यालय में पदस्थ उप पंजीयक अशोक सिंह परिहार को स्टाम्प ड्यूटी में चोरी और भ्रस्टाचार के आरोप में निलंबित किया गया था और उसके खिलाफ विभागीय जाँच (डीई) बैठाई गई हैl जाँच प्रचलित हैl ऐसे में भ्रष्ट उप पंजीयक को प्रभार से हटाकर किसी अन्य अधिकारी को प्रभार दिलाये जाने की मांग की गई है l