MP के इस कांग्रेस नेता ने हेमा मालिनी को सुरजेवाला दिये गये वयान दी नसीहत
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक रामनिवास रावत का बड़ा बयान सामने आया है
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक रामनिवास रावत का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंन कॉंग्रेस के सीनियर लीडर रणदीप सुरजेवाला के हेमा मालिनी को लेकर दिए बयान पर कहा है कि सुरजेवाला हमारे सीनियर नेता हैं राष्ट्रीय महासचिव भी हैं, इस तरह के बयानों से उन्हें बचना चाहिए।मैं उन्हें सलाह तो नहीं दे सकता लेकिन मैं यही कहूंगा.. हमारी इच्छा रहती है इस तरह के बयानों से हमेशा बचना चाहिए, संवैधानिक भाषा का उपयोग करते हुए बयान देना चाहिए। जो काम बीजेपी करती है वही काम हम करने लगेंगे तो फिर भाजपा और कांग्रेस में क्या अंतर रह जाएगा।
राम निवास रावत का मध्य प्रदेश की तीन लोकसभा सीटों खासकर ग्वालियर और मुरैना सीट पर प्रत्याशी के ऐलान में देरी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है की तीसरे चरण में इन सीटों पर चुनाव है और बहुत जल्द आज या कल तक प्रत्याशियों की घोषणा हो जाएगी। प्रत्याशियों के चयन पर मंथन चल रहा है कौन बेहतर रहेगा, इस पर चर्चा हो रही है। यह दोनों सीट कांग्रेस जीतने की स्थिति में है और दोनों सीट हम ही जीतेंगे।
रामनिवास रावत ने उन आरोपों को सिरे से खारिज किया है, जिसमें कहा जा रहा है कि कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं का सम्मान नहीं हो रहा है। इस पर उन्होंने कहा कि पार्टी में वरिष्ठ कांग्रेसियों का सम्मान किया जाता है और सम्मान करते भी हैं। मैं समझता हूं कि अधिक लोगों से रायशुमारी ली जा रही होगी, प्रत्याशियों का सूक्ष्म परीक्षण किया जा रहा है, उसके बाद घोषणा कर दी जाएगी।
रामनिवास रावत ने नरोत्तम मिश्रा के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें उन्होंने अपने बयान में कहा है कि इस बार का चुनाव चुनौतियों से नहीं बल्कि पनोतियो के साथ है। इस सवाल के ज़बाब में रामनिवास रावत ने कहा कि मुझे लगता है नरोत्तम मिश्रा जैसा आदमी इस तरह की बात करता है यह बहुत हास्यास्पद है। एक चुनाव वह खुद देख चुके हैं और वह खुद फ्रस्ट्रेशन की स्थिति में है। जब वह विधानसभा चुनाव हार गए तो खुद पार्लियामेंट चुनाव लड़ना चाहते थे। उनका पार्टी में अच्छा नाम और कद था। लेकिन पार्लियामेंट का टिकट न मिलने के बाद वह फ्रस्ट्रेशन की स्थिति में है, इसलिए कुछ भी बोल रहे हैं।
रामनिवास रावत ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के उस बयान पर भी पलटवार किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस बेहोश हो जाएगी। रामनिवास रावत ने कहा कि कांग्रेस कभी बेहोश नहीं थी, ना कभी होगी और ना ही कोई कर सकता है। यह प्रजातंत्र है। मैं उनके बारे में कुछ ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। क्योंकि वह लंबे समय तक कांग्रेस में रहे हैं। मुझे आश्चर्य होता है कि हम जिस सिद्धांतों को लेकर चलते हैं और उन सिद्धांतों को अचानक छोड़ देते हैं। कैसे छोड़ देते हैं कैसे दूसरे सिद्धांत को अडॉप्ट कर लेते हैं बड़ा हास्यस्पद बात होती है।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बीच पटरी नहीं बैठने के चलते ग्वालियर और मुरैना सीट का टिकट होल्ड पर पड़ा होने के सवाल को रामनिवास रावत ने सिरे से नकारते हुए कहा है कि इस तरह की कोई स्थिति नहीं है, जिसके चलते टिकट फंसे हुए हैं। टिकट जीतने वालों के चयन को लेकर फंसे हुए हैं। जिन्हें जल्द घोषित कर दिया जाएगा।
6 अप्रैल को बड़ी संख्या में कांग्रेसियों के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस का डिहाइड्रेशन बिगड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा 24 घंटे बाद 6 तारीख आ जाएगी, मेरा नाम भी उस लिस्ट में चल रहा है, यह मुझे पता नहीं है लेकिन कौन चला रहा है कैसे चल रहा है यह भी सामने आ जाएगा। मैं कांग्रेस में था, कांग्रेस में हूं और कांग्रेस में ही रहूंगा। ना कभी बीजेपी में जाऊंगा और ना ही कभी बीजेपी की हैसियत है कि वह मुझे बीजेपी में शामिल कर सकें, कांग्रेस का डिहाइड्रेशन नहीं बिगड़ा है।
रामनिवास रावत ने कमलनाथ के बेहद करीबी दीपक सक्सेना के बीजेपी में शामिल होने की चर्चाओं पर कहा है कि इस मामले में बीच की क्या बात है, यह तो वही बता सकते हैं। लेकिन ऐसी स्थिति नहीं बनना चाहिए। यदि विचारों में कहीं मेल नहीं खाता है तो वह बैठकर बात करके निपटाना चाहिए। रामनिवास रावत ने कांग्रेस पार्टी के संगठन पर उठ रहे सवालों पर कहा है कि आने जाने का सिलसिला तो बना रहता है लेकिन पार्टी में किसी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है 1972 और 1977 में ऐसे ही हालात बने थे। बहुत बड़े-बड़े नेता पार्टी को छोड़कर गए थे। लेकिन पार्टी फिर से खड़ी हो गई। पार्टी आगे भी खड़ी होगी, किसी के जाने से आने से कोई अंतर नहीं पड़ता है।