एमसीए तृतीय सेमेस्टर के छात्र उज्ज्वल माटोलिया ने एक ऐसा उपकरण तैयार किया है जो घर के सभी बिजली उपकरणों को कहीं से भी नियंत्रित कर सकता है। उदाहरण के लिए, गर्मियों में आप ऑफिस से घर निकलने से पहले अपने मोबाइल के जरिए अपने बेडरूम का एसी ऑन कर सकते हैं। जब आप घर पहुंचेंगे तो कमरा बिल्कुल ठंडा होगा। इस स्मार्ट होम साइंस मॉडल ने अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
इस बारे में जानकारी देते हुए कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन डिपार्टमेंट के छात्र उज्ज्वल और उनके सहपाठी सूर्य प्रकाश पटेल ने कहा, ”हमने स्मार्ट होम नाम से एक डिवाइस विकसित किया है.” इसका उद्देश्य बिजली की बचत करना और आम लोगों को समय पर लाभ पहुंचाना है। स्मार्ट होम डिवाइस को बनाने की लागत 700 रुपये है। इंटरनेट सुविधा वाले मोबाइल पर एक ऐप डाउनलोड करना होगा और फिर इसे कहीं से भी संचालित किया जा सकता है।
यह डिवाइस एसी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वॉशिंग मशीन, टीवी, फ्रिज, सीलिंग फैन, गीजर समेत सभी इलेक्ट्रिक लाइट्स को कंट्रोल कर सकती है। इस मॉडल ने अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान और अनुप्रयोग विभाग द्वारा विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन में अनुसंधान और नवाचार पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पहला स्थान हासिल किया।
भारतीय विज्ञान कांग्रेस बिलासपुर चैप्टर के अंतर्गत राज्य स्तरीय टाकाथॉन विजेता घोषित। राधा सिंह चौहान एवं अभिषेक जयसवाल को द्वितीय स्थान तथा एमएससी के छात्र देवलाल पटेल एवं वासुदेव कौशिक को तृतीय स्थान प्रदान किया गया।
समापन समारोह के अतिथि
समापन समारोह के अतिथि थे डॉ. डेनियल ओकोम्बर, यूनिवर्सिटी ऑफ फिटविले, यूएसए, डॉ. विश्वजीत सरकार, योनसेई विश्वविद्यालय, दक्षिण कोरिया, डॉ. राकेश शर्मा, मैरीलैंड विश्वविद्यालय, ईस्टर्न शोर, यूएसए और विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार शैलेन्द्र दुबे और कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एचएस होता मौजूद थे। डॉ. श्रिया साहू ने सम्मेलन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। समापन समारोह में विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के शिक्षक, छात्र एवं शोधकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
बेस्ट पेपर अवार्ड बंगाल के निर्मलकर को
कार्यक्रम के अंत में विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन के सर्वोत्तम पेपरों को पुरस्कृत किया गया। निर्मलकर बार, वनस्थली विद्यापीठ पश्चिम बंगाल को विज्ञान। प्रौद्योगिकी सोनू पुरोहित, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय को और प्रबंधन डॉ. सुमना भट्टाचार्य, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय को दिया गया।
सम्मेलन में भी प्रमुख रहे
तकनीकी सत्र में 116 शोधार्थियों ने शोध पत्र प्रस्तुत किये।
उच्च शिक्षा सचिव आर. प्रसन्ना ने एआई मॉडल की सराहना की.
छत्तीसगढ़ एआई पर एक पुस्तिका भी प्रकाशित की गई है।
सम्मेलन में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर ने भाग लिया।
10 देश, 300 शोध पत्र, 28 सत्रों में पढ़े गए।
इसमें 11 ऑफ़लाइन और 18 ऑनलाइन सत्र विभाजित थे।