Gwalior मे फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी को पुलिस ने दबोचा वसूली करने की नियत से फोन लगाकर धमका रहा था
पुलिस को उम्मीद है कि आशीष शातिर है और पूछताछ में और भी खुलासे हो सकते हैं।
ग्वालियर में फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी लेनदेन के एक मामले में फरियादी को अवैध वसूली की नीयत से कॉल करके धमका रहा था। वहीं शक होने पर फरियादी ने की पुलिस अधिकारी से शिकायत की, जिस पर पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा। फिलहाल क्राइम ब्रांच आरोपी से पूछताछ कर रही है।
दरअसल ग्वालियर में रहने वाले इलेक्ट्रोनिक दुकान के संचालक राजकुमार शर्मा सोमवार सुबह थाटीपुर स्थित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम ऋषिकेश मीणा के दफ्तर पहुंचे। उन्होंने बताया कि आशीष गुर्जर नामक शख्स का कॉल उनके पास आया था। उसने खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बताकर पुराने नौकर से लेनदेन के एक मामले में मुझे क्राइम ब्रांच दफ्तर बुलाया है।
राजकुमार की बात सुनकर पुलिस अधिकारी सन्न रह गए क्योंकि आशीष गुर्जर नामक कोई भी व्यक्ति क्राइम ब्रांच दफ्तर में पदस्थ नहीं है। राजकुमार ने आशीष से हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी पुलिस को सौंपी। पुलिस अधिकारी ने कॉल रिकॉर्डिंग सुनने के बाद राजकुमार से आशीष का नंबर लेकर उसे एक स्थान विशेष पर बुलवाया।
पुलिस द्वारा बताए गए स्थान विशेष पर आशीष के आते ही उसे हिरासत में ले लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ की तस्दीक करने पर पुलिस को पता चला कि आशीष मूलतः झांसी का रहने वाला है और उसका नाम आशीष गुर्जर नहीं आशीष पांडे है।
इसी के साथ आशीष ने पुलिस को बताया कि वह ग्वालियर में रहकर एक निजी कंपनी में वाहन चालक की नौकरी कर चुका है। उसे खाकी वर्दी पसंद है। इसीलिए उसने एसएएफ की वर्दी में एक फोटो खिंचवाकर 5- 6 महीने पहले अपनी व्हाट्सएप डीपी पर लगाई है जिसे दिखाकर पर लोगों पर रौब गांठता है।
वहीं क्राइम ब्रांच ने राजकुमार शर्मा की शिकायत पर आशीष पांडे को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल आरोपी आशीष पांडे से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि आशीष शातिर है और पूछताछ में और भी खुलासे हो सकते हैं।